शनिवार, 3 मार्च 2012

होली का पूर्वानुमान

                                अच्छी फसल, चुनावी मौसम एवं आचार संहिता के चलते इस वर्ष पूर्वांचल में होली खुशगवार रहने की पूरी संभावना है। बंगाल की खाड़ी से चलने वाली हवाएं भरसक महगाई रोकने का प्रयास करती रहेंगी। पूरा का पूरा पूर्वांचल चुनाव आयोग को धन्यवाद दे सकता है कि उसने होली के पूर्व चुनाव कराने का सही निर्णय लिया एवं चुनाव में धन के दुरूपयोग पर अंकुश  लगाया। जिन्होंने कठिन श्रम और बड़ी उम्मीद से वोटर कार्ड बनवाएं थे, त्योहार से पहले उन्हें उनके अच्छे फल मिले। चूँकि आयोग ने खाने पीने की पार्टी पर पाबन्दी लगा दी थी, सो ये फल अब त्योहार पर मौज मस्ती के काम आएंगे। ऐसे ही तो आर्थिक रूप से समता मूलक समाज बनता है। लक्ष्मी जी मजबूर एवं जरूरत मंदों पर खूब मेहरबान हुई हैं। चुनाव नतीजों के बाद संभावना है कि पश्चिमी विक्षोभ की लहरें उठ सकती हैं जिससे अच्छी फसल के हुल्लास पर महंगाई की मार पड़ेगी। चुनाव बाद ये हालात विक्षोभ पर भी भारी पड़ सकते हैं। होलिका स्थलों से भी लग रहा है कि होली का स्वास्थ्य अच्छा है और लोग जमकर होलिका दहन करेंगे। फिर होली की मस्ती ही मस्ती। पूरे भारतवंशी उम्र के छतरी से बाहर; न कोई बृद्ध न बृद्धा, न कोई बाल न बाला; सभी युवा एवं युवती व वैसी ही उमंग। संक्षेप में मन मधुमासी चाह चंचला की लुभावनी स्थिति बनेगी।
                              मौसम अनुकूल है तो चलो गुझिया बनाने, परिवार को नये कपडे बनवाने,रंग गुलाल पिचकारी जुटाने में लग जायं। विश्वास है होलिका हम भारतीयों को बेहतर नये संवत्सर की शुभकामनाएं देते हुए विदा होगी।
उपान्ततः -
                             मन बहुत चंचल होता है और लक्ष्मी चंचला। इन पर नियंत्रण करना बहुत कठिन है अतः हमें इन्हें अपने अनुकूल करने का सतत प्रयास करना चाहिए।

अंततः
                            सभी सुधी पाठको को होली पर गुझिया सी मिठास भरी शुभकामनाएँ।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें